18 Mar 2025
By- Aajtak.in
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में ऐसी बुरी आदतों के बारे में बताया है जो आदमी को तंगहाल रखती हैं.
जिस भी आदमी में यह आदतें होती हैं वह हमेशा अलग-अलग तरह की आर्थिक परेशानियों में फंसा रहता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि आदमी को कभी जीवन में जरूरत के बिना धन को खर्च नहीं करना चाहिए.
व्यर्थ में धन खर्च करने वाला आदमी हमेशा परेशान रहता है. उसके हाथ में कभी पैसा नहीं टिकता है.
चाणक्य ने कहा है कि, आदमी को अत्यधिक कंजूस भी नहीं होना चाहिए. धार्मिक कार्यों और जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए.
चाणक्य के अनुसार, जो आदमी दान नहीं करता है, वह अपना ही नुकसान करता है. ऐसा पैसा किसी ओर जरिए खर्च हो जाता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, इंसान को कभी नशे या जुए की गलत संगत में भी नहीं पड़ना चाहिए. ऐसा करने वाला परेशान रहता है.
जिस आदमी में इस तरह की नशे या जुए जैसी आदतें पड़ जाती हैं, उसकी जेब में पैसा टिकना बंद हो जाता है.
आदमी को बेवजह धन का कर्ज भी नहीं लेना चाहिए. जो व्यक्ति व्यर्थ में कर्ज लेता है वह हमेशा आर्थिक परेशानियों से घिरा रहता है.