22 Mar 2025
By- Aajtak.in
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में ऐसे लोगों का वर्णन किया है जो दूसरों के पैसे पर गंदी नजर रखते हैं.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, किसी भी आदमी को दूसरों के धन पर कभी नजर नहीं रखनी चाहिए.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, किसी भी व्यक्ति में दूसरों के धन को लेकर लालच की भावना ठीक नहीं है.
चाणक्य के अनुसार, जो लोग दूसरों की धन-संपत्ति पर लालच भरी नजर रखते हैं उन्हें हमेशा नुकसान ही मिलता है.
आचार्य चाणक्य नीति शास्त्र में कहते हैं कि आदमी को कभी दूसरे के वैभव का लोभ नहीं करना चाहिए.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो आदमी ऐसा करता है, वह खुद के लिए खतरनाक स्थिति पैदा करता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, आदमी को जीवन में जितना मिला है, उसे हमेशा उतने में संतुष्ट होना चाहिए.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, अपने पुरुषार्थ से आदमी जो संपत्ति अर्जित करता है, उसी पर संतोष होना चाहिए.
आदमी को हमेशा खुद की मेहनत से ही सबकुछ करना चाहिए, दूसरे पर जो भी है, उसपर ध्यान नहीं देना चाहिए.