हमेशा कंगाल रखता है इन 2 चीजों का लालच, जेब रहती है खाली

आचार्य चाणक्य के अनुसार, कुछ चीजों का लालच इंसान के लिए कभी ठीक नहीं रहता है.

चाणक्य के अनुसार, ऐसे लालच से घिरा आदमी हमेशा तंगहाल रहता है. कभी जीवन सुखी नहीं रहता है.

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि इंसान को छात्र जीवन में शिक्षा छोड़कर अन्य चीजों के आनंद में नहीं रहना चाहिए.

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि आदमी को हमेशा विद्या अर्जन करने के लिए लालची रहना चाहिए.

चाणक्य कहते हैं कि विद्या गुप्त धन समान है, जो कभी घटता नहीं है, बल्कि बढ़ता जाता है.

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि विद्या के माध्यम से इंसान जीवन में सभी तरह के सुखों की प्राप्ति कर सकता है.

वहीं आचार्य चाणक्य कहते हैं कि इंसान को धन संचय करने का लालच कभी नहीं होना चाहिए.

आचार्य चाणक्य के अनुसार, हर एक इंसान को दानवीर स्वभाव का होना चाहिए. दान करना शुभ होता है. 

दान न देने वाला हमेशा गरीब रहता है. जबकि दान देने वाला अगर गरीब भी हो तो अमीर हो जाता है.