चाणक्य की नीतियां आज भी बहुत काम आती हैं.
चाणक्य के अनुसार कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनके बीच आने से व्यक्ति को नुकसान हो सकता है.
आइए जानते हैं उनके बारे में...
चाणक्य के मुताबिक जब दो विद्वान आपस में बात कर रहे हों तब उनके बीच नहीं आना चाहिए.
ऐसा करने से व्यक्ति उन विद्वानों के ज्ञान के वंचित रह सकता है.
चाणक्य के अनुसार अनुष्ठान या हवन के दौरान अग्नि कुंड के पास बैठे ब्राह्मणों के बीच भी कभी नहीं आना चाहिए.
ऐसा करने से ब्राह्मणों की मर्यादा को ठेस पहुंचती है साथ ही देवी-देवताओं का भी अपमान होता है.
चाणक्य कहते हैं कि जब मालिक और नौकर के बीच बातचीत जारी हो तब उन्हें बीच में टोकना नहीं चाहिए.
ऐसा करने से आप दोनों में से किसी के भी गुस्से का शिकार हो सकते हैं.
इनके अलावा चाणक्य के अनुसार पति-पत्नी के बीच भी भूलकर नहीं आना चाहिए.
चाणक्य कहते हैं कि जब किसान खेत जोतने के काम में लगा हो तब भी उसके काम में बाधा नहीं डालनी चाहिए.