इन 5 लोगों को भूलकर भी न दें अपनी मेहनत की कमाई, जीवनभर उठाएंगे नुकसान

22 April 25

aajtak.in

आचार्य चाणक्य भारत के महान दार्शनिक, अर्थशास्त्री और रणनीतिकार थे. उनकी नीतियां आज भी जीवन के हर क्षेत्र में लोगों का मार्गदर्शन करती हैं. 

चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में धन के उपयोग और दान करने के बारे में कई महत्वपूर्ण बातें बताई हैं.

आचार्य चाणक्य के अनुसार, ऐसे लोगों को धन नहीं देना चाहिए, जो इसका गलत इस्तेमाल करते हैं. आइए जानते हैं कि किन लोगों को धन और दान देना चाहिए. 

चाणक्य से जब एक धनी व्यापारी ने पूछा कि वो सबकी मदद करता है, लेकिन फिर भी उसे मानसिक शांति नहीं मिलती. इस पर चाणक्य ने बताया कि अगर आप किसी व्यक्ति को बिना जाने ही धन देते हो और वो उसका गलत उपयोग करता है तो आपको ऐसे दान का फल नहीं मिलेगा.

चाणक्य के मुताबिक, जो लोग आलसी हैं और मेहनत नहीं करना चाहते, जुआरी, शराबी, अपराधी, धोखेबाज और स्वार्थी हैं. ऐसे लोगों को धन नहीं देना चाहिए. इसके अलावा जो लोग धन का अपमान करते हैं, उन्हें भी धन नहीं देना चाहिए. 

चाणक्य नीति के अनुसार, ऐसे लोगों को धन का दान करें, जो मेहनती, दिल के सच्चे, जरूरतमंद, गरीब छात्र, बीमार और समाजसेवक हैं. ऐसे लोगों को धन देने से आपको मानसिक शांति मिलेगी. 

चाणक्य नीति में बताया गया है कि धन का सही उपयोग करने से समाज बेहतर बनता है. वहीं, गलत लोगों को धन देना समाज के लिए हानिकारक है. 

आचार्य चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति को धन का दान सोच-समझकर करना चाहिए वरना दान करने के बावजूद भी जीवन में नुकसान उठाना पड़ सकता है.