20 Mar 2025
aajtak.in
इस साल नवरात्र का पर्व 30 मार्च से शुरू होने जा रहा है. नवरात्र के नौ दिनों में मां के नौ स्परूपों की उपासना की जाती है.
हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र नवरात्र चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होती है और इसका समापन 6 अप्रैल को होगा. क्योंकि इस बार अष्टमी और नवमी तिथि एक ही दिन पड़ेगी.
भागवत पुराण के मुताबिक, रविवार और सोमवार को नवरात्र आरंभ होने पर माता हाथी पर सवार होकर आती हैं जो बहुत ही शुभ माना जाता है.
ज्योतिषियों के मुताबिक, इस बार नवरात्र में माता की सवारी हाथी है जो कि बहुत ही लाभकारी और शुभ माना जा रहा है.
दरअसल, नवरात्र में माता की सवारी का विशेष महत्व होता है. हाथी पर माता का आगमन इस बात की ओर संकेत कर रहा है कि इस साल खूब अच्छी वर्षा होगी और खेती अच्छी होगी.
देश में अन्न और धन के भंडार बढ़ेंगे. हाथी पर सवार होकर मां दुर्गा अपने साथ ढेर सारी खुशियां और सुख-समृद्धि लेकर आएंगी.
मां का वाहन हाथी ज्ञान व समृद्धि का प्रतीक है. इससे देश में आर्थिक समृद्धि आएगी. साथ ही ज्ञान की वृद्धि होगी. हाथी को शुभ का प्रतीक माना गया है.
इस दिन मां दुर्गा को लाल रंग के फूल अर्पित करें. इसके साथ ही इस दिन मां दुर्गा के नाम का हवन करें और घी का दीपक भी जलाएं.