25 Mar 2025
AajTak.In
चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होने वाले हैं. मां दुर्गा को समर्पित ये पवित्र त्योहार 6 अप्रैल को समाप्त होगा.
इस बार चैत्र नवरात्रि में माता रानी हाथी पर सवार होकर आने वाली है. आइए जानते हैं कि मैय्या रानी की हाथी की सवारी के क्या मायने हैं.
दरअसल, नवरात्रि की शुरुआत जब रविवार के दिन होती है तो मां का वाहन हाथी होता है. देवी की हाथी की सवारी बहुत शुभ मानी जाती है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि में माता दुर्गा का हाथी पर आगमन और प्रस्थान शुभ माना जाता है, जो सुख-समृद्धि और ज्ञान की वृद्धि का प्रतीक है.
हाथी पर माता की सवारी सुख-संपन्नता और अच्छी बारिश का संकेत देती है. यह किसान, फसल और आपदाओं से मुक्ति का संकेत देती है.
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देवी की हाथी की सवारी धनधान्य की प्राप्ति, आर्थिक लाभ और पारिवारिक खुशहाली का भी संकेत देती है.
आगामी चैत्र नवरात्रि पर कलश स्थापना का शुभ मुहू्र्त 30 मार्च को सुबह 6 बजकर 13 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 22 मिनट तक रहने वाला है.
इसके अलावा, आप दोपहर 12 बजकर 01 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त में भी घटस्थापना कर सकते हैं.