नवरात्रि के 9 दिन पूजा और उपासना के लिए सर्वोत्तम दिन हैं. नवरात्रि में साधना करने से हर मनोकामना पूरी की जा सकती है.
नवरात्रि के 9 दिनों में अलग अलग शक्तियां प्रवाहित होती हैं. साथ ही नवरात्रि में नवग्रहों से संबंधित समस्या भी दूर की जा सकती है.
नवरात्रि इस बार 9 अप्रैल से शुरू होगी और इनका समापन 17 अप्रैल को होगा.
हालांकि, नवरात्रि के दिन बहुत ही शुभ और पवित्र माने जाते हैं जिसमें कोई भी मांगलिक कार्य किया जा सकता है.
लेकिन, इस बार नवरात्रि पर सिर्फ सूर्य ग्रहण का ही नहीं बल्कि खरमास की नकारात्मक छाया रहने वाली है.
दरअसल, खरमास का प्रारंभ 14 मार्च को हुआ था और इनका समापन 13 अप्रैल को होगा यानी तब तक सभी शुभ कार्य निषेध रहेंगे.
पंडित अरुणेश कुमार शर्मा के मुताबिक, सूर्य मीन राशि में 13 अप्रैल तक रहेगा तब तक नवरात्रि के शुरुआती 5 दिन में कोई भी शुभ कार्य या मांगलिक कार्य नहीं किया जा सकता है.
हालांकि, सभी धार्मिक कार्य किए जा सकते हैं, जैसे- पूजा पाठ, जप-तप और ईश्वर का स्मरण आदि.
9 अप्रैल को कलशस्थापना का मुहूर्त सुबह 6:02 मिनट से लेकर सुबह 10:16 मिनट तक होगी. इसकी अवधि 4 घंटे 14 मिनट की रहेगी. इसके अलावा अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:57 मिनट से लेकर दोपहर 12:48 मिनट तक रहेगी.