हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है. इन 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है.
मां दुर्गा को सुख,समृद्धि और धन की देवी माना जाता है.
नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा की जाती है. इससे मां की खास कृपा होती है.
साल भर में चार नवरात्रि आती हैं लेकिन शारदीय और चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व होता है.
इस साल चैत्र नवरात्रि का त्योहार 2 अप्रैल से शुरू हो रहा है और 11 अप्रैल को खत्म होगा.
चैत्र घटस्थापना शनिवार, अप्रैल 2, 2022 को होगा.
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 10 मिनट से 8 बजकर 31 मिनट तक है.
घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजे से लेकर 12 बजकर 50 मिनट तक है.
प्रतिपदा तिथि 1 अप्रैल को 11 बजकर 53 मिनट से शुरू होकर 2 अप्रैल को 11 बजकर 58 मिनट पर खत्म होगी.
कलश स्थापना के लिए 7 तरह का अनाज, मिट्टी का बर्तन, पवित्र स्थान से लायी गयी मिट्टी, कलश, गंगाजल जरूरी है.
कलश स्थापना की सामग्रीआम या अशोक के पत्ते, सुपारी, जटा वाला नारियल, लाल सूत्र, मौली, इलाइची, लौंग, कपूर, रोली, अक्षत, लाल कपड़ा और फूलों की भी जरूरत होती है.