11 May 2025
aajtak.in
हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को बुद्ध पूर्णिमा मनाई जाती है. 12 मई को बुद्ध पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाएगा.
बुद्ध पूर्णिमा को वैशाख पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. वैशाख पूर्णिमा पर स्नान-दान का विशेष महत्व बताया गया है.
इस साल वैशाख पूर्णिमा पर रवि योग, भद्रावास योग और वरियान योग का निर्माण होने जा रहा है, जिसकी वजह से इस त्योहार की मान्यता ओर ज्यादा बढ़ गई है.
पूर्णिमा के दिन स्नान और दान का सबसे शुभ समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 08 मिनट से 4 बजकर 50 मिनट तक रहेगा.
वैशाख पूर्णिमा पर सुबह 5 बजकर 32 मिनट से लेकर सुबह 9 बजकर 14 मिनट तक भद्रा का साया रहेगा. जिसमें सिर्फ नाम जप करें.
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 11 मई यानी आज शाम 6 बजकर 55 मिनट पर शुरू हो जाएगी और तिथि का समापन 12 मई को शाम 7 बजकर 22 मिनट पर होगा.
वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान शिव, चंद्रदेव, श्रीहरि विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने का विधान है. कुछ लोग इस दिन सत्यानारायण की भी पूजा करते हैं.
इस दिन जल्दी उठकर स्नानादि करें और फिर शिव जी को बेलपत्र, फल फूल अर्पित करके उनकी पूजा करें. इसके बाद मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु का पूजन करें.
वहीं, वैशाख पूर्णिमा की रात्रि में चंद्रोदय के बाद चंद्र देव को अर्घ्य देकर पूजा करें और ऊं सों सोमाय नम: मंत्र का जाप करें.