आषाढ़ पूर्णिमा पर कल स्नान-दान का ये रहेगा मुहूर्त, साथ ही जानें पूजन की विधि

9 July 2025

aajtak.in

इस बार आषाढ़ पूर्णिमा का व्रत 10 जुलाई यानी कल रखा जाएगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को आषाढ़ी पूर्णिमा मनाई जाती है.

आषाढ़ी पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा और व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. व्यास पूर्णिमा इसको इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस दिन महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था.

आषाढ़ पूर्णिमा के दिन स्नान-दान का विशेष महत्व बताया गया है. कहते हैं कि इस दिन स्नान और दान करने से श्रीहरि और महादेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है. 

इस बार आषाढ़ पूर्णिमा की तिथि 10 जुलाई यानी कल अर्धरात्रि में रात 1:36 मिनट पर शुरू होगी और तिथि का समापन 11 जुलाई की सुबह 2:06 मिनट पर होगा. 

आषाढ़ पूर्णिमा की तिथि

इस दिन चंद्रोदय का वक्त शाम 7 बजकर 19 मिनट पर होगा. इसलिए, उदयातिथि के अनुसार, आषाढ़ पूर्णिमा 11 जुलाई को ही मनाई जाएगी.

आषाढ़ पूर्णिमा पर कल स्नान दान ब्रह्म मुहूर्त में करना सबसे लाभकारी माना जाता है. ब्रह्म मुहूर्त कल सुबह 4:10 मिनट से लेकर 4:50 मिनट तक रहेगा.

आषाढ़ पूर्णिमा स्नान-दान मुहूर्त

आषाढ़ पूर्णिमा के दिन सुबह स्नान के पूर्व संकल्प लें, फिर जल को सिर पर लगाकर प्रणाम करें. फिर स्नान करना आरंभ करें और स्नान करने के बाद सूर्य को अर्घ्य दें.

आषाढ़ पूर्णिमा पूजन विधि

फिर, साफ वस्त्र या सफेद वस्त्र धारण करें, फिर मंत्र का जाप करें. मंत्र जाप के पश्चात सफेद वस्तुओं और जल का दान करें. चाहें तो इस दिन जल और फल ग्ररहण करके उपवास रख सकते हैं.

इस दिन शिवजी की उपासना करने से सेहत और मन की समस्याएं दूर होती हैं. साथ ही, श्रीहरि के साथ मां लक्ष्मी की भी उपासना करें.

आषाढ़ पूर्णिमा उपाय