17 जून यानी आज आषाढ़ दर्श अमावस्या है. आषाढ़ माह की इस अमावस्या को हलहारिणी और आषाढ़ी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है.
इस बार की आषाढ़ दर्श अमावस्या बेहद खास रहने वाली है क्योंकि इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण होने जा रहा है.
अमावस्या के दिन नदी में स्नान करने के बाद पितरों का तर्पण किया जाता है. साथ ही भगवान शिव और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है.
इस दिन किसान हल और खेती से जुड़े उपकरणों की पूजा भी की जाती है.
आइए जानते हैं कि आषाढ़ दर्श अमावस्या के दिन किन गलतियों से सावधान रहना है.
माना जाता है कि अमावस्या के दिन बुरी शक्तियां सक्रिय हो जाती हैं और किसी व्यक्ति को नुकसान पहुंचा सकती हैं. इसलिए इस दिन श्मशान जैसी जगहों से गुजरना नहीं चाहिए.
आषाढ़ अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठना चाहिए. स्नान और पूजा से पहले इस दिन कुछ भी खाना नहीं चाहिए.
इस दिन अपने घर और आस पास शांति बनाए रखने की कोशिश करें. किसी भी तरह के क्लेश, लड़ाई-झगड़े का हिस्सा बनने से बचें. किसी व्यक्ति का अपमान न करें.
आषाढ़ अमावस्या के दिन मदिरा, मांस, मछली आदि चीजों के सेवन को वर्जित माना जाता है. इसलिए इन चीजों के सेवन से बचें.
पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण एवं उपवास करें और किसी गरीब व्यक्ति को दान-दक्षिणा दें. अमावस्या के दिन दान का भी बहुत महत्व होता है.