अक्षय तृतीया पर शाम कितने बजे घर पधारेंगी मां लक्ष्मी, नोट कर लें समय

28 Apr 2024

Aajtak.in

अक्षय तृतीया का पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस साल यह पावन पर्व 30 अप्रैल को मनाया जाएगा.

यह पर्व विशेष रूप से समृद्धि, सफलता और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है.

ऐसी मान्यताएं हैं कि अक्षय तृतीया की शाम देवी लक्ष्मी भ्रमण पर निकलती हैं और अपने भक्तों को धन-धान्य की प्राप्ति और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती है.

सिहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा के अनुसार, वाराह पुराण में बताया गया है कि माता लक्ष्मी शाम 7 बजे से रात 9 बजे के बीच भ्रमण पर रहती हैं.

कहा जाता है कि जहां साफ-सफाई और पूजा-पाठ को महत्व दिया जाता है, वहां लक्ष्मी मां 7 से 9 बजे के बीच पधारती हैं.

किस घर में जाती है देवी लक्ष्मी

इसके विपरीत जिस घर में गंदगी, आलस और महिलाओं का अपमान होता है, वहां लक्ष्मी मां प्रवेश नहीं करती हैं. सुख-समृद्धि की बजाए ऐसे घरों में दरिद्रता प्रवेश करती है.

हिंदू पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 29 अप्रैल की शाम 5 बजकर 31 मिनट शुरू होगी और तिथि का समापन 30 अप्रैल को दोपहर 2 बजकर 12 मिनट होगा. 

अक्षय तृतीया का शुभ मुहूर्त

उदयातिथि के अनुसार, अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को पूजा करने का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 41 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा. इस दिन सोना खरीदना विशेष रूप से शुभ माना जाता है.