अक्षय तृतीया 10 मई यानी आज है. हिंदू पंचांग के अनुसार, अक्षय तृतीया वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है.
इस दिन सूर्य और चंद्रमा अपनी उच्च राशि में रहते हैं. दोनों की सम्मिलित कृपा का फल अक्षय हो जाता है.
अक्षय का अर्थ होता है- जिसका क्षय ना हो. इस तिथि को किए कार्यों के परिणाम का क्षय नहीं होता है.
अक्षय तृतीया के दिन मूल्यवान वस्तुएं खरीदी जाती हैं. इससे धन की प्राप्ति और दान का पुण्य अक्षय बना रहता है.
तृतीया तिथि 10 मई यानी आज सुबह 4 बजकर 17 मिनट से लेकर रात 2 बजकर 50 मिनट तक रहेगी.
इस बार अक्षय तृतीया पर धन योग, गजकेसरी योग, शुक्रादित्य योग, रवि योग, शश योग और सुकर्मा योग का निर्माण होगा, जो कि बेहद शुभ संयोग माना जा रहा है.
अक्षय तृतीया का पूजन मुहूर्त आज सुबह 5 बजकर 33 मिनट से शुरू हो चुका है और समापन दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक रहेगा. इस मुहूर्त में आप सोना या चांदी की खरीदारी कर सकते हैं.
अक्षय तृतीया पर सूर्योदय के समय शीतल जल से स्नान करें. इसके बाद भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें.
उन्हें सफेद फूल, फल और मिठाई अर्पित करें. फिर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें. मनोवांछित फल के लिए प्रार्थना करें इसके बाद कुछ दान का संकल्प करें.