दुनिया की पहली डिजिटल देवी, इस मंदिर में बता रहीं लोगों का भविष्य

01 May 2025

aajtak.in

आज के दौर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने हेल्थ से लेकर मनोरंजन तक हर क्षेत्र में बदलाव ला दिया है और अब यह तकनीक धर्म और आध्यात्म की दुनिया में भी अपनी जगह बना रही है.

इसका ताजा उदाहरण मलेशिया में देखने को मिला, जहां एक ताओ धर्म मंदिर में एआई आधारित माजू देवी की डिजिटल मूर्ति की स्थापना की गई है. 

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यह “डिजिटल देवी” न केवल भक्तों की बात सुनती है, बल्कि उनके सवालों का उत्तर भी देती है.

AI माजू देवी एक स्क्रीन पर प्रकट होने वाला देवी का डिजिटल रूप है. भक्त उनसे रियल टाइम में संवाद कर सकते हैं. जैसे जीवन से जुड़ी सलाह लेना, भविष्य के बारे में जानना या किसी समस्या का समाधान पूछना.

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एक वायरल वीडियो में देखा गया कि एक व्यक्ति ने AI माजू देवी से पूछा, “क्या मुझे अचानक धन लाभ होगा?” इसके बाद  देवी ने महिला को इसका जवाब भी दिया.

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AI माजू देवी को मलेशिया की टेक्नोलॉजी कंपनी Aimazin ने तैयार किया है. यह प्रयास सदियों पुरानी आस्था को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ने का एक अनोखा उदाहरण है.

किसने बनाया AI माजू?

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माजू देवी को चीन की समुद्री देवी माना जाता है. उनका जन्म 960 ईस्वी में चीन के फुजियान प्रांत के मीझोउ द्वीप पर हुआ था. मान्यता है कि वह समुद्र में डूबते लोगों को बचाते हुए स्वर्ग चली गईं और बाद में नाविकों की रक्षक देवी के रूप में उनकी पूजा होने लगी.

माजू देवी की पौराणिक कथा

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ताइवान, हांगकांग, सिंगापुर, मलेशिया और इंडोनेशिया जैसे देशों में माजू देवी के करोड़ों भक्त हैं. AI माजू देवी, इस परंपरा और तकनीक का अनोखा संगम है.