शनि की साढ़ेसाती जीवन में कैसे डालती है प्रभाव, एक्टर मनोज वाजपयी ने बताया

27 apr 2025

aajtak.in

मनोज वाजपयी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का बड़ा नाम हैं. अपने एक्टिंग टैलेंट से उन्होंने लाखों दर्शकों को अपना दीवाना बनाया है. मनोज को अपने खास अंदाज के लिए भी जाना जाता है. वो अपने विचारों को अक्सर खुलकर रखते हैं.

मनोज वाजपयी ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि, उन्होंने भी शनि की साढ़ेसाती का सामना किया है. 

मनोज वाजपयी आगे बताते हैं कि शनि जीवन में अड़चन भी देते हैं, थकान भी देते हैं. ज्योतिष के अनुसार, शनि सबसे बुजुर्ग ग्रह माने जाते हैं जो जीवन में कुछ न कुछ सीखाते भी हैं और शनि अध्यात्म के भी देवता हैं.

मनोज वाजपयी ने आगे शनि की साढ़ेसाती के बारे में बताया कि जब भी किसी के जीवन में शनि की साढ़ेसाती आती है तो जीवन में तकलीफों का सामना करना पड़ता है. 

उन्होंने ये भी बताया कि शनि की साढ़ेसाती साढ़ेसात साल के लिए होती है और साढ़ेसाती के शुरुआती 5 साल बहुत खतरनाक होते हैं.

तो आइए जानते हैं कि शनि की साढ़ेसाती क्या होती है और क्यों ये इतनी शक्तिशाली होती है?

शनि अपने भ्रमण के दौरान हर राशि को प्रभावित करता है. यह एक राशि पर लगभग ढाई वर्ष रहता है. जब यह प्रभाव किसी राशि के ऊपर शनि की विशेष स्थितियों के कारण पड़ता है तो इसको साढ़ेसाती कहते हैं.

शनि जब किसी राशि के बारहवें भाव में रहता है या राशि में रहता है या उस राशि के दूसरे भाव में रहता है तो उस राशि पर साढ़ेसाती चलने लगती है.

इस प्रकार शनि लगातार तीन बार किसी राशि को प्रभावित करता है. ढाई ढाई वर्षों का तीन चरण साढ़ेसात साल तक साढ़ेसाती के रूप में चलता है. 

हर शनिवार के साढ़ेसाती के प्रकोप से बचने के लिए शनि स्तोत्र का पाठ करें और शनि मंत्र " ऊं शं शनैश्चराय नम: " का जाप करें. साथ ही शनिवार के दिन पीपल के पेड़ पर सरसों का तेल का दीपक जलाएं.

साढ़ेसाती के उपाय