88 साल के बुजुर्ग ने 14 वर्षों में लिखी अनोखी रामचरितमानस, प्रेमानंद महाराज भी हुए हैरान

17 April 25

aajtak.in

राम नाम की महिमा को सब जानते हैं. लंका पर चढ़ाई करते समय जब समुद्र में राम नाम के पत्थर फेंके गए तो वे पानी में डूबने की जगह तैरने लगे.

ऐसे ही एक राम भक्त प्रेमानंद महाराज के दरबार में पहुंचें. 88 साल के एक बुजुर्ग राम भक्त ने अपने हाथों से 14 वर्षों में राम नाम से संपूर्ण रामचरितमानस लिखी है. 

बुजुर्ग द्वारा लिखी गई रामचरित मानस को जब स्वयं प्रेमानंद महाराज ने देखा तो वो खुद हैरान रह गए.

बुजुर्ग राम भक्त ने जिस कलम से इस रामचरितमानस को लिखा है, उस कलम और स्याही को भी संभालकर रखा है. 

इस रामचरितमानस के हर अक्षर पर राम लिखा हुआ है, जिसे देखकर प्रेमानंद महाराज बेहद प्रसन्न हुए और बुजुर्ग व्यक्ति की खूब सराहना की. 

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि ये रामचरितमानस अब मंदिर की बन चुकी है और स्वयं भगवान राम इसमें विराजमान हैं.

बता दें कि प्रेमानंद महाराज अपने अनमोल विचारों से लोगों का मार्गदर्शन करते हैं. उनकी कही गई बातें व्यक्ति को जीवन का सही मार्ग दिखाने में मदद करती हैं.

प्रेमानंद महाराज के दर्शन करने के लिए आम लोग तो आते ही हैं साथ में कई फेमस सेलिब्रिटी भी उनके दरबार में आते रहते हैं.