23 July 2025
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सावन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को सावन शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है. इस बार ये तिथि 23 जुलाई, बुधवार की सुबह 04:39 से शुरू होगी जो रात 02:29 तक रहेगी.
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शिवरात्रि भगवान शिव की आराधना का सबसे पावन दिन होता है. इस दिन भक्त उपवास रखते हैं और पूरे विधि-विधान से पूजा करते हैं.
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लेकिन कई बार अनजाने में हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो हमारी पूजा को निष्फल कर सकती हैं. अगर आप भी इस शिवरात्रि महादेव की कृपा पाना चाहते हैं, तो इन 7 बातों का ख्याल रखें.
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शिवरात्रि पर सफेद, पीले या हल्के रंग के कपड़े पहनना शुभ होता है. काला रंग नकारात्मकता से जुड़ा माना जाता है, इसलिए इस दिन इसे पहनने से बचें.
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भगवान शिव को ये दोनों फूल पसंद नहीं हैं. इनकी जगह आप सफेद फूल जैसे धतूरा, आक या कमल चढ़ा सकते हैं.
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तुलसी माता भगवान विष्णु को समर्पित हैं, इसलिए शिवलिंग पर तुलसी चढ़ाना वर्जित माना गया है.
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शिवलिंग की परिक्रमा आधी ही करनी चाहिए. धार्मिक मान्यता के अनुसार एक पूरा चक्कर लगाना अशुभ माना जाता है.
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बेलपत्र ताजे और साफ-सुथरे होने चाहिए. फटे या सूखे बेलपत्र चढ़ाने से पूजा का फल नहीं मिलता.
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शिवलिंग पर दूध चढ़ाते समय तांबे का बर्तन इस्तेमाल करें. कांसे या एल्यूमिनियम के बर्तन से दूध चढ़ाना ठीक नहीं माना जाता.
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शिवलिंग पर जल, दूध, दही, घी और शहद से अभिषेक करना उत्तम होता है. नारियल पानी से अभिषेक करना अशुभ माना जाता है.
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