मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं. वैसे ही अफसरों का भी मोहभंग हो रहा है. वे अपनी अच्छी खासी नौकरी छोड़कर चुनावी मैदान में उतरने को आतुर बैठे हैं.
लवकुशनगर SDM निशा बांगरे के बाद IAS राजीव शर्मा ने दे दिया है. शर्मा फिलहाल शहडोल संभाग के कमिश्नर हैं.
अटकलें हैं कि राजीव शर्मा मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. जल्द ही उनका इस्तीफा मंजूर होने की उम्मीद जताई जा रही है.
कमिश्नर राजीव शर्मा ने डेढ़ माह पूर्व प्रदेश सरकार को अपना इस्तीफा सौंपा था. वल्लभ भवन में मंजूरी की प्रक्रिया अंतिम चरण में है.
शर्मा के इस्तीफे के बाद से उनके राजनीति में सक्रिय होने की भी अटकलें लगाई जा रहीं हैं. आगामी विधानसभा चुनाव में वह भिंड जिले की किसी विधानसभा सीट से किस्मत आजमा सकते हैं.
राजीव शर्मा 1988 के राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं. 2003 में उनका भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिए चयन हुआ था. कमिश्वनर राजीव शर्मा मूल रूप से भिंड जिले के रहने वाले हैं.
पिछले दिनों चर्चित एसडीएम निशा बांगरे ने भी इस्तीफा दिया था. लेकिन उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया.
निशा बांगरे अपना इस्तीफा मंजूर कराने के लिए ‘न्याय यात्रा’ निकाल रही हैं. यह यात्रा भोपाल मुख्यमंत्री निवास तक पहुंचेगी.
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उनकी बात नहीं सुनी गई, तो वह भोपाल में ही आमरण अनशन भी करेगीं. बता दें, निशा भी चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं.
मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में जन्मी निशा बांगरे ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी होने के बाद गुरुग्राम स्थित एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी की.
साल 2016 में उनका चयन एमपी में डीएसपी के पद पर हो गया. 2017 में उनका एमपी में डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन हो गया.