कर्नाटक के बीदर में पिता और बेटी ने एक साथ फाइटर प्लेन उड़ाकर भारतीय वायुसेना में इतिहास रच दिया है.
एयर कमांडर संजय शर्मा और बेटी फ्लाइंग ऑफिसर अनन्या शर्मा ने एस साथ लड़ाकू हॉक-132 प्लेन उड़ाया.
अनन्या शर्मा ने 2021 में फ्लाइंग ऑफिसर के तौर पर भारतीय वायुसेना में कदम रखा.
जबकि संजय सर्मा ने 1989 में वायुसेना में ज्वॉइन किया था और वह एयर कमांडर हैं.
अनन्या के पिता संजय शर्मा को मिग-21 स्क्वाड्रन के साथ फ्रंटलाइन फाइटर स्टेशन की कमान संभालने और लड़ाकू ऑपरेशंस का अनुभव है.
अनन्या ने अपने पापा को फाइटर पायलेट के तौर पर देखा और वायुसेना में करियर बनाने के प्रति दिलचस्पी दिखाई.
2016 में IAF की पहली महिला फाइटर पायलट को देखने के बाद साल 2021 में अनन्या का भी वायुसेना में जाने का सपना पूरा हुआ.
अनन्या इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन से बीटेक पूरा करके IAF के फ्लाइंग ब्रांच की ट्रेनिंग के बाद फ्लाइंग ऑफिसर बनी हैं.
अब 30 मई 2022 को पिता और बेटी दोनों ने वायु सेना स्टेशन में हॉक-132 एडवांस्ड जेट ट्रेनर्स (एजेटी) के समान फॉर्मेशन में उड़ान भरी.