उत्तर भारत में इन दिनों मौसम का अजीब रूप देखा जा रहा है. सर्दियों में न बारिश और न ही तापमान बहुत नीचे गया है लेकिन ठंड बहुत ज्यादा है.
आईएमडी के मुताबिक, मौसम के बदले रूप के लिए जेट स्ट्रीम जिम्मेदार है. लेकिन क्या है ये जेट स्ट्रीम. आइए जानते हैं.
जेट स्ट्रीम एक भू-आकृतिक हवा है जो आमतौर पर 20,000 से 50,000 फीट की ऊंचाई पर ऊपरी क्षोभमंडल पर पश्चिम से पूर्व की ओर बहती है.
आसान शब्दों में कहा जाए तो जेट स्ट्रीम तेज़ हवा का समूह है, जो आमतौर पर दुनियाभर में पश्चिम से पूर्व की ओर चलती हैं.
जेट स्ट्रीम तब बनती हैं जब गर्म हवाएं वायुमंडल में ठंडी हवाओं से मिलती हैं.
जब पृथ्वी की गर्म हवाएं ठंडी हवाओं से मिलती हैं, तो गर्म हवा वायुमंडल में ऊपर उठ जाती है जबकि ठंडी हवा गर्म हवा की जगह लेने के लिए नीचे आ जाती है.
यह गति एक वायु प्रवाह या हवा बनाती है. इस दौरान तापमान में बहुत अधिक गिरावट देखने को नहीं मिलती लेकिन ठंडी हवाएं गलन की स्थिति पैदा करती हैं.
ये मौसम, हवाई यात्रा और हमारे वातावरण में होने वाली कई अन्य चीजों को प्रभावित करती हैं.