पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन कर प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश के लोगों को बड़ा तोहफा दिया है.
करीब 341 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेस-वे पूर्वी और पश्चिमी यूपी को जोड़ेगा. इसे बनाने में 22 हजार 497 करोड़ रुपये का खर्च आया है.
ये एक्सप्रेस-वे 9 जिलों लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर निकलेगा.
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से सरकार को 202 करोड़ का राजस्व हासिल होगा.
फिलहाल लोगों को टोल टैक्स नहीं देना पड़ेगा, यानी अभी कुछ दिनों तक इसपर सफर मुफ्त रहेगा.
हालांकि बाद में टोल टैक्स वसूलने का काम निजी कंपनी को दिया जाएगा.
माना जा रहा है कि इसकी दरें लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे की दरों के आसपास ही रखी जाएगी.
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बनकर तो तैयार हो गया है और इस पर आज से ही आवाजाही शुरू हो जाएगी.
ऐसे में ध्यान देने वाली बात यह है कि एक्सप्रेस-वे पर किसी भी प्रकार की सुविधाएं अभी मौजूद नहीं है.
341 किलोमीटर के सफर में ना तो रास्ते में पेट्रोल मिलेगा ना ही टॉयलेट और अगर गाड़ी खराब हुई तो गैराज भी नहीं मिलेगा.
UPEIDA का कहना है कि एक्सप्रेस-वे पर 8 जगहों पर फ्यूल पंप और 4 जगहों पर सीएनजी स्टेशन बनाए जाने हैं.
इस एक्सप्रेस-वे पर लड़ाकू विमान भी उतारे जा सकेंगे. इसके लिए सुल्तानपुर में 3.2 किमी लंबी और 34 मीटर चौड़ी हवाई पट्टी भी तैयार की गई है.