प्रेमानंद महाराज ने बताया, यह लक्षण दिखने लगे तो समझो काम हो गया

वृंदावन में प्रवचन करने वाले मशहूर बाबा प्रेमानंद महाराज ने हाल ही में ऐसे लक्षण बताए हैं जिसके दिखने से यह समझ लेना चाहिए कि अब परम सौभाग्य होने जा रहा है.

सबसे पहला लक्षण है धृति. किसी भी प्रकार का संकट, अपमान या तिरस्कार आए, लेकिन आपकी स्वीकृति पर इसका असर ना पड़े. 

दूसरा लक्षण है क्षमा. एक शक्तिशाली मनुष्य के अंदर क्षमा करने का गुण होना बहुत जरूरी है.

तीसरा है दम. हमारी इंद्रियां बर्हिमुख होकर भोग भोगना चाहती हैं, लेकिन हमें इस पर काबू रखना जरूरी है. यह थोड़ा कठिन है. लेकिन असंभव नहीं है.

प्रेमानंद महाराज के अनुसार, मनुष्य के परम सौभाग्य के लिए उसके अंदर मन, वाणी या शरीर से चोरी का स्वभाव नहीं होना बहुत जरूरी है. 

प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि पांचवां लक्षण पवित्रता है. इंसान को बाहर और भीतर दोनों से पवित्र होना जरूरी है. लेकिन समस्या यह है कि आज सुंदरता बढ़ गई है लेकिन पवित्रता नष्ट हो रही है.

छठा है शब्द, स्पर्श, रूप, रस और गंध के प्रभाव से मुक्त हो जाना. इससे मुक्त हो जाना ही इंसान के लिए भगवत प्राप्ति के लिए द्वार खोलता है.

प्रेमानंद महाराज के अनुसार सातवां लक्षण बुद्धि है. अगर आपका आहार, संग और वार्ता सात्विक होगा तो आपकी बुद्धि भी सात्विक हो जाएगी. और ऐसा इंसान भगवत प्राप्ति के योग्य हो जाता है.