5 Mar 2025
रिपोर्ट: पंकज श्रीवास्तव
प्रयागराज के नैनी अरेल में रहने वाले पिंटू महरा निषाद समाज से आते हैं. उनका परिवार पीढ़ियों से नाव चलाने के कारोबार से जुड़ा है.
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महाकुंभ 2025 में 66 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे, जिससे नाविकों को पूरे 45 दिन तक लगातार काम मिला.
महरा परिवार की 100 से ज्यादा नावें थीं. महाकुंभ में उन्होंने हर नाव ने 7 से 10 लाख रुपये तक की कमाई की.
इतनी बड़ी कमाई पहली बार हुई, जिससे परिवार में खुशी का माहौल है और मिठाइयां बांटी जा रही हैं.
पिंटू महरा और उनकी मां शुक्लावती के मुताबिक, सरकार के बेहतर इंतजामों से श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी, जिससे नाविकों की आय में भारी बढ़ोतरी हुई.
महरा परिवार के 500 से ज्यादा सदस्य नाव चलाने के पेशे से जुड़े हैं, उन्होंने आसपास के क्षेत्रों से भी नाव मंगवाकर श्रद्धालुओं को स्नान कराने का काम किया.
इस महाकुंभ में पहली बार निषाद समाज के नाविकों को इतने बड़े स्तर पर पहचान और सम्मान मिला.
इस बार महाकुंभ में इतनी बड़ी कमाई के बाद अब पिंटू महरा और उनका परिवार नावों का विस्तार करने और अगले कुंभ की तैयारियों में जुट गया है.
विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महरा परिवार की कमाई और उनकी मेहनत का जिक्र किया है.
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