Paytm की शेयर बाजार में लिस्टिंग के बीच कंपनी के फाउंडर और CEO विजय शेखर शर्मा सुर्खियों में हैं.
विजय भारतीय युवा कारोबारियों के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं. वह फोर्ब्स की अरबपतियों की लिस्ट में भी शामिल हैं.
विजय शेखर शर्मा यूपी के अलीगढ़ जिले के एक छोटे से गांव के मूल निवासी हैं. वह एक स्कूल टीचर के बेटे हैं.
हिंदी मीडियम से शुरुआती पढ़ाई करने वाले विजय ने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से डिग्री हासिल की थी.
1997 में कॉलेज की पढ़ाई के दौरान ही विजय ने एक वेबसाइट indiasite.net की स्थापना की थी.
विजय शेखर शर्मा ने साल 2000 में One97 Communications Ltd की स्थापना की थी.
यह कंपनी न्यूज, क्रिकेट स्कोर, रिंगटोन, जोक्स जैसे मोबाइल कंटेन्ट देता था. यही Paytm की पैरेंट कंपनी है.
Paytm का सफर साउथ दिल्ली के एक छोटे से किराए के कमरे में हुई. कंपनी की स्थापना 2010 में की गई थी.
विजय ने बताया था कि उनके बचत के पैसे जल्द खत्म हो गए और बाद में दोस्तों और परिवार से लोन भी लेना पड़ा.
विजय के मुताबिक, कुछ दिन में वह भी पैसा खत्म हो गया. अंत में उन्होंने 8 लाख का लोन 24 फीसदी ब्याज पर लिया.
विजय ने एक शख्स के कारोबार को मुनाफे में ला दिया और उसने One97 की 40 फीसदी इक्विटी खरीद ली.
विजय के मुताबिक, उन्हें 2011 में कई तरह के आइडिया आए, लेकिन अंत में 'पे थ्रू मोबाइल' वाले पेटीएम का जन्म हुआ.
2016 में नोटबंदी की वजह से पेटीएम का एक अरब ट्रांजैक्शन में जबर्दस्त उछाल आया और दो महीने में ही 3 अरब हो गया.
Paytm ने इंडियन क्रिकेट टीम की स्पांसरशिप की, इससे भी उसकी ब्रैंड इमेज काफी मजबूत हुई.
इसके बाद पिछले साल शुरू हुए कोरोना संकट ने Paytm को 1 अरब डॉलर की कंपनी बना दिया.
अगस्त 2018 में Paytm में अरबपति वारेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने 30 करोड़ यूएस डॉलर का निवेश किया.