17 Dec 2022 By. Aajtak.in

मोर्मूगाओ: समंदर में दुश्मनों का काल! देखें कितना खतरनाक

पी15बी स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर मोर्मूगाओ को 18 दिसंबर को भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा. 

Pic Credit: urf7i/instagram

मोर्मूगाओ को रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में मुम्बई के नौसेना डॉकयार्ड में दूसरे डिस्ट्रॉयर को नौसेना में शामिल किया जाएगा. 

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इसकी डिजाइन भारतीय नौसेना के स्वदेशी संगठन ने तैयार की है. निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड, मुम्बई ने किया है. 

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इस शानदार डिस्ट्रॉयर की लंबाई 163 मीटर, चौड़ाई 17 मीटर तथा वजन 7400 टन है. इसे भारत द्वारा निर्मित सबसे घातक युद्धपोतों में गिना जा सकता है. 

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इसे शक्तिशाली चार गैस टर्बाइनों से गति मिलती है. यह पलक झपकते 30 समुद्री मील तक की गति पकड़ सकता है. राडार भी इसे आसानी से नहीं पकड़ सकता. 

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मोर्मूगाओ ‘उत्कृष्ट’ हथियारों और दूरसंवेदी उपकरणों से लैस है, जैसे जमीन से जमीन पर और जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलें. इसमें आधुनिक निगरानी राडार लगा है. 

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इसकी पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमताओं को देश में ही विकसित किया गया है तथा इसके अंदर रॉकेट लॉन्चर, तारपीडो लॉन्चर और एसएडब्लू हेलीकॉप्टर की भी व्यवस्था है. 

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इसमें एटॉमिक, जैविक और रासायनिक युद्ध परिस्थितियों से लड़ने में सक्षम है. इसमें लगभग 75 प्रतिशत हिस्सा पूर्ण रूप से स्वदेशी है.

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