बागेश्वर से वह महज 78 किलोमीटर की दूरी पर हैं. महोबा से पहले वह बांदा में थीं. वह शादी का प्रस्ताव लेकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री से मिलने के लिए बागेश्वर धाम जा रही हैं.
शिवरंजनी ने अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए हाथ में कलश लिए गंगोत्री से पद यात्रा शुरू की है. वह चाहती हैं कि उनकी शादी धीरेंद्र शास्त्री से हो.
उन्होंने बताया कि वह 16 जून तक बागेश्वर धाम पहुंच जाएंगी. बाबा की दिवानी शिवरंजनी ने उन्हें अपना प्राणनाथ बताती हैं.
शिवरंजनी से जब सवाल किया गया कि अगर धीरेंद्र शास्त्री आपके शादी करने से इनकार कर दें तो? इस पर शिवरंजनी मुस्कुरा दीं.
वो बोलीं कि मैंनें तो यह कभी नहीं कहा कि मैं उनके पास शादी का प्रस्ताव लेकर जा रही हूं.
उन्होंने कहा कि वो तो मेरे प्राणनाथ हैं और हमेशा रहेंगे. वो मेरे भगवान हैं इसलिए मैं उन्हें प्राणनाथ बोलती हूं.
शिवरंजनी ने आगे बताया कि धीरेंद्र शास्त्री 16, 17 और 18 जून को दिव्य दरबार लगाने वाले हैं. हमें उनके दर्शन अवश्य होंगे..