06 May 2024
देश के कई हिस्सों समेत अब दिल्ली में भी तापमान 40 का आंकड़ा पार कर चुका है. इसके साथ ही लोगों को गर्म हवाओं का एहसास होने लगा है लेकिन क्या ये गर्म हवाएं हीटवेव हैं?
लू यानी हीटवेब क्या होती है? Heat (हीट) यानी गर्म और Wave (वेब) यानी लहर लू को ठीक से परिभाषित करने के लिए काफी है.
सीधे तौर पर कहा जाए तो गर्मी के सीजन में चलने वाली तेज, गर्म और शुष्क हवाओं को लू यानी Heat Wave कहा जाता है.
हीटवेव वो समय अवधि है जब गर्मी के सीजन में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक हो जाता है. आमतौर पर मार्च से जून के बीच हीटवेव की स्थिति बनती है. बहुत कम होता है जब जुलाई तक हीटवेव की स्थिति बनी रहे.
आईएमडी के मुताबिक, मैदानी इलाकों में किसी भी स्टेशन पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री या उससे ज्यादा होता है तब हीटवेव की स्थिति बनती है.
वहीं, पहाड़ी इलाकों में अधिकतम तापमान कम से कम 30 डिग्री हो जाए तब हीटवेव की स्थिति बनती है.
तटीय क्षेत्रों में अधिकतम तापमान कम से कम 37 डिग्री हो जाए तब हीटवेव की स्थिति बनती है.
बता दें, किसी भी इलाके में तापमान जब वहां के सामान्य तापमान से 4.5 डिग्री ज्यादा होता है तो हीटवेव घोषित की जाती है.
दिल्ली में रविवार (5 मई) सबसे गर्म दिन रहा. हालांकि कल का अदिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री ज्यादा था. जो हीटवेव के पैमाने को पूरा नहीं करती.