दिल्ली सरकार ने ड्राइविंग टेस्ट को लेकर तमाम बड़े बदलाव किए हैं.
ड्राइविंग टेस्ट में महिलाओं को असफल होते देखकर दिल्ली सरकार ने ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक में संशोधन का आदेश जारी किया है.
इन बदलावों के बाद काफी हद तक लोगों के लिए ड्राइविंग टेस्ट करना आसान हो जाएगा.
दिल्ली में ड्राइविंग टेस्ट के लिए 15 ट्रैक हैं, जबकि 13 ऑटोमेटिक ड्राइविंग ट्रैक हैं.
हर ट्रैक पर हर रोज 200 उम्मीदवार टेस्ट देते हैं. वहीं, आंकड़ों के मुताबिक, 40% लोग इस टेस्ट में फेल हो जाते हैं.
दिल्ली के ट्रांसपोर्ट विभाग ने एक कमेटी का गठन किया था, कमेटी को इस मामले मे सुझाव देने थे.
कमेटी के सुझाव के बाद ये बदलाव 8 अगस्त से प्रभावी हो गए.
येलो लाइन पर टच होने पर ड्राइविंग टेस्ट में फेल नहीं किए जाएंगे
सीट बेल्ट पहन कर गाड़ी चलाने की जानकारी पहले ही दे दी जाएगी.
रिवर्स S टेस्ट के लिए समय 200 सेकेंड तक बढ़ा दिया गया.
दो पहिया चलाते वक्त पैर जमीन पर छूने पर टेस्ट में फेल नहीं किया जाएगा.