जब चीन की सड़कों पर मचा कत्लेआम! बुरी तरह हारा था ड्रैगन
अरुणाचल प्रदेश में चीन की सीमा पर तनाव है. यहां भारत और चीन के सैनिकों के बीच 9 दिसंबर को झड़प हुई थी.
चीन का सीमा को लेकर विवाद सिर्फ भारत के साथ ही नहीं है. कई देश चीन की इन हरकतों से खासे परेशान हैं.
हालांकि, चीन उस जंग को कभी याद नहीं रखना चाहेगा, जब छोटे से देश जापान ने उसकी सड़कों पर कत्लेआम मचा दिया था.
चीन और जापान के बीच पहली लड़ाई 1 अगस्त 1894 से 17 अप्रैल 1895 तक चली थी. उस समय जापान और चीन, दोनों ही जगह राजशाही थी.
1894 में जापानी समर्थक कोरियाई नेता किम ओक-क्यून की शंघाई में हत्या कर दी गई. उनके शव को चीनी युद्धपोत में रखकर कोरिया पहुंचा दिया गया.
जापान ने इसे अपमान के तौर पर लिया. जापान के 8 हजार सैनिकों ने कोरिया पर चढ़ाई कर दी. इस लड़ाई में चीन भी कूदा और 1 अगस्त 1894 को जंग शुरू हो गई.
मार्च 1895 तक जापानी ने चीन के कई हिस्सों पर कब्जा कर लिया. जापानी सेना ने चीन के समुद्री कारोबार के ठिकानों को निशाना बनाया. पूरी खबर नीचे क्लिक कर पढ़ें.