चंद्रयान-3 ने दुनिया को दिखाए चांद के ये वीडियो और तस्वीरें, अब दिखी रंगीन रेत!

By Aajtak.in        Pics: ISRO

7 Sept 2023

चंद्रयान-3 ने अब तक चांद के कई फोटो, वीडियो और डाटा भेजा है. चांद पर इस समय रात हो चुकी है और रोवर प्रज्ञान और विक्रम लैंडर दोनों सो चुके हैं. 

चांद पर रात होने से पहले विक्रम लैंडर को स्लीप मोड में सेट कर दिया गया था. इससे पहले, चास्टे, रंभा-एलपी और इलसा पेलोड द्वारा इन-सीटू एक्सपेरिमेंट किए गए थे. 

चंद्रयान-3 से जो डाटा एकत्र किया गया, उसे धरती पर भेज दिया गया. इसके बाद पेलोड बंद कर दिए गए हैं. सिर्फ लैंडर रिसीवर चालू रखे गए हैं.

इस समय चांद पर ठंडी रात है. इसरो ने कहा था कि रात हो जाने पर विक्रम, प्रज्ञान के बगल में सो जाएगा. 22 सितंबर 2023 के आसपास इनके जागने की उम्मीद है.

बता दें कि 23 अगस्त की शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान-3 ने चांद के साउथ पोल पर लैंडिंग की थी. इसके बाद से चांद की तस्वीरें आ रही हैं.

इस तस्वीर में देख सकते हैं कि जहां चंद्रयान-3 ने लैंडिंग की, उसे शिव शक्ति पॉइंट नाम दिया गया है. शिव शक्ति पॉइंट के पास अब घना अंधेरा है.

इसरो ने कहा है कि विक्रम लैंडर से जितनी उम्मीद थी, वह पूरी की है. लैंडर ने एक बार फिर आदेश मिलते ही लैंडर ने इंजनों को चालू किया. उम्मीद के मुताबिक खुद को करीब 40 सेमी ऊपर उठाया और 30- 40 सेमी की दूरी पर सुरक्षित रूप से लैंड कर गया.

चांद की ये फोटो 5 सितंबर 2023 को इसरो ने जारी की है, जिसे एनाग्लिफ़ NavCam स्टीरियो इमेज का उपयोग करके बनाया गया है. इसे 3डी चश्मे से देखेंगे तो लगेगा कि लैंडर के ठीक सामने चांद पर ही हैं. इसरो ने लैंडर के आसपास के डायमेंशन को स्टीरियो और मल्टी-व्यू इमेज के तौर पर जारी किया है. इसी वजह से फोटो में रंगीन रेत जैसी दिख रही है.

विक्रम धरती से 371,841 किलोमीटर दूर है, वहां अभी रात है और भीषण ठंड है. यहां तापमान माइनस 250 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे जा सकता है. इसरो को उम्मीद है कि 22 सितंबर को फिर विक्रम लैंडर जाग सकता है.