19 Oct 2024
रिपोर्टः सुजीत कुमार
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बिहार कैडर के IAS अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव को गिरफ्तार किया है.
संजीव हंस को पटना स्थित उनके सरकारी आवास से, जबकि गुलाब यादव को दिल्ली के एक रिसॉर्ट से गिरफ्तार किया गया.
ED के अनुसार, संजीव हंस ने पंजाब के मोहाली और कसौली में करोड़ों की बेनामी संपत्ति खरीदी है. इसी आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया गया है. गुलाब यादव उनके करीबी सहयोगी बताए जा रहे हैं.
यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है, जिसमें दोनों आरोपियों पर करोड़ों की संपत्ति गैर-कानूनी तरीके से अर्जित करने का आरोप है. इस संबंध में 14 सितंबर को मामला दर्ज किया गया था.
इससे पहले मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बिहार, दिल्ली और पुणे में कई स्थानों पर ED ने छापेमारी भी की थी. इन छापों के दौरान दोनों के खिलाफ कई अहम दस्तावेज और जानकारी जुटाई गई.
संजीव हंस और गुलाब यादव पर पहले से ही विवाद और आरोप लगे हुए हैं. दोनों के खिलाफ एक महिला ने रेप का आरोप लगाया था.
बिहार स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SVU) इस मामले की गहन जांच कर रही है. SVU ने ED के साथ साझा की गई जानकारी के आधार पर पूछताछ के लिए उनकी हिरासत की भी मांग की है.
गुलाब यादव मधुबनी की झंझारपुर सीट से पूर्व विधायक हैं. पहले वे राष्ट्रीय जनता दल (RJD) से जुड़े थे, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला. इसके बाद वे बीएसपी से चुनाव लड़े, लेकिन हार गए.
अगस्त महीने में ED की छापेमारी के बाद संजीव हंस को राज्य सरकार ने सामान्य प्रशासन विभाग में स्थानांतरित कर दिया था.