पहली एयरकंडीशंड भारत गौरव ट्रेन 21 जून को श्री रामायण यात्रा पर रवाना हो गई.
यह ट्रेन धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है. इसके अंदर मंदिर भी है.
Credit: Varun Sinhaभारत गौरव ट्रेन की कोच नंबर 6 में यात्रियों के लिए यह मंदिर बनवाया गया है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी यात्रियों के बीच पहुंचे. उन्होंने भगवान की आरती भी की.
रेल मंत्री के अलावा केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने भी मंदिर में भगवान के दर्शन किए.
मंदिर वाले कोच में दोनों तरफ की सीटों को हटा कर एक बड़ा हॉल तैयार किया गया है.
ट्रेन में बने इस मंदिर में यात्री भजन-कीर्तन कर सकेंगे. तीन वक्त की आरती भी होगी.
मंदिर में ऊपरी बर्थ पर राम , लक्ष्मण और जानकी की प्रतिमाओं को लगाया गया है.
कोच की दूसरी अपर बर्थ पर भी अलग-अलग देवी देवताओं की तस्वीरें लगाई गई हैं.
मंदिर में स्पीकर की भी व्यवस्था है ताकि दूसरे कोच में बैठे यात्री भी भजन-कीर्तन सुन सकें.
यह ट्रेन, पर्यटकों को राम से जुड़े सभी महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों का भ्रमण, दर्शन कराएगी.
यह ट्रेन भगवान राम से जुड़े स्थानों का भ्रमण कराते हुए नेपाल के जनकपुर तक जाएगी.
भारत गौरव ट्रेन में 18 दिनों के टूर के जरिए श्रद्धालु धार्मिक स्थलों का भ्रमण और दर्शन करेंगे.
ट्रेन में कुल 14 कोच हैं. डिब्बों के अंदर की साज सज्जा का विशेष ख्याल रखा गया है.
ट्रेन में आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित पैंट्री कार, सीसीटीवी कैमरे, अनाउंसमेंट सिस्टम आदि हैं.
ट्रेन के डिब्बों की बाहरी दीवारों पर पेंटिंग में देश के विभिन्न सांस्कृतिक पहलुओं को भी दर्शाया गया है.
ट्रेन के बाहर सारनाथ स्तूप, सांची स्तूप, महाबोधि मंदिर, ब्रिटिश कालीन इंडिया गेट आदि के चित्र हैं.
ट्रेन के दो डिब्बों पर योग और आयुर्वेद से संबंधित तस्वीरें भी लगाई गई हैं.
ट्रेन की पैंट्री कार पर देश के अलग-अलग क्षेत्रीय व्यंजनों को दिखाया गया है.
ट्रेन पर्यटकों को लेकर भगवान श्रीराम से जुड़े हुए शहरों के अलावा नेपाल के जनकपुर तक जाएगी.
एक यात्री का किराया 62370 रुपए है. हर कोच में 2 वेटर, एक हाउसकीपिंग स्टाफ और एक गार्ड होगा.
सभी कर्मचारी मैरून रंग की कढ़ाई वाले सूट, पगड़ी, ऑफ व्हाइट कुर्ता और पायजामा में नजर आएंगे.