'सिंदूर खेला'... मां दुर्गा को भक्तों की विदाई

24 Oct 2023

@Aajtak

शारदीय नवरात्रि के दसवें दिन जब मां दुर्गा वापस जाती हैं तो उनकी विदाई के सम्मान में महिलाएं सिंदूर की होली खेलती हैं.  

विजयादशमी पर छत्तीसगढ़ के भिलाई में बंगाली समाज की महिलाओं ने मां दुर्गा के विदाई के दौरान 'सिंदूर खेला रस्म' निभाई.

भिलाई हाउसिंग बोर्ड कालीबाड़ी की सार्वजनिक दुर्गोत्सव समिति सहित अनेक दुर्गा पूजा पंडालों में मां दुर्गा विसर्जन पूर्व धूमधाम से महिलाओं ने सिंदूर खेला.

नवरात्रि के दसवें दिन महाआरती के साथ सिंदूर खेला का आरम्भ हुआ.आरती के बाद भक्तगणों ने मां देवी को कोचुर, शाक, इलिश, पंता भात आदि का भोग लगाया. मां दुर्गा के सामने एक शीशा रखा, जिसमें माता के चरणों के दर्शन होते हैं.

भक्तों के मुताबिक, विसर्जन से पूर्व महिलाएं मां दुर्गा को सिंदूर लगाती हैं, मिठाई का भोग लगाती हैं और साड़ी अर्पित करती हैं. पूरेे सम्मान के साथ मां दुर्गा की विदा होती है. 

इस दौरान महिलाएं एक-दूसरे के सदा सुहागन रहने,परिवार और देश में सुख समृद्धि बनी रहने की कामना करती हैं. राजा हो या रंक दुर्गोत्सव के दौरान सभी लोग पूजा पंडाल में माताजी का दर्शन करते हैं.

मान्यता है कि सिंदूर खेला की रस्म 450 साल से अधिक पुरानी है. बंगाल से इसकी शुरुआत हुई थी. अब काशी समेत देश के अलग-अलग जगहों पर इसकी खासी रंगत देखने को मिलती है.