21 Apr 2025
गट हेल्थ आपकी ओवरऑल हेल्थ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. यह पाचन में सहायता करता है, प्रतिरक्षा को मजबूत करता है, और पोषक तत्वों का अवशोषण सही तरीके करता है.
पेट हेल्दी ना होने पर एसिडिटी, इंफ्लेमेशन और अपच की समस्या का सामना करना पड़ता है.
बैलेंस गट माइक्रोबायोम को मेंटेन करना बेहद जरूरी होता है और इसके लिए प्रोबायोटिक्स सबसे आसान तरीका माना जाता है.
प्रोबायोटिक्स जीवित बैक्टीरिया हैं जो सेहत को कई तरह के फायदे देते हैं. प्रोबायोटिक्स का सेवन पीढ़ियों से किया जाता रहा है. लेकिन क्या प्रोबायोटिक्स का सेवन दिन के किसी भी समय पर किया जा सकता है?
प्रोबायोटिक्स का सेवन करने का सबसे अच्छा समय खाने के बाद होता है. इंसानों के पेट में लगभग 100 ट्रिलियन बैक्टीरिया होते हैं, जो फायदेमंद और हानिकारक दोनों होते हैं.
हानिकारक बैक्टीरिया पाचन को बाधित कर सकते हैं, गुड बैक्टीरिया खाने को तोड़ने और पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करते हैं.
अच्छे बैक्टीरिया का नियमित सेवन करने से गट हेल्थ में सुधार होता है.
प्रीबायोटिक में गुड बैक्टीरिया की मात्रा काफी ज्यादा होती है और दही इसका सबसे अच्छा सोर्स है. इसलिए खाने के बाद दही का सेवन करने से पाचन में सुधार होता है और पोषक तत्वों का अवशोषण बढ़ता है. साथ ही, इंफ्लेमेशन कम होती है.
दही और योगर्ट प्रोबायोटिक के काफी अच्छे सोर्स में से एक हैं, लेकिन फर्मेंटेड फूड को भी गट हेल्थ के लिए फायदेमंद माना जाता है.