02 MAY 2025
अर्थराइटिस यानी गठिया के मरीजों को घुटनों, एड़ियों, पीठ, कलाई या गर्दन के जोड़ों में दर्द का सामना करना पड़ता है.
अर्थराइटिस का एक बड़ा कारण रक्त वाहिकाओं का सिकुड़ना भी होता है. अर्थराइटिस की समस्या से छुटकारा पाना काफी मुश्किल होता है.
अर्थराइटिस की शुरुआत में हाथों में दर्द महसूस होता है. इसके बाद हाथ-पैरों में जकड़न महसूस होने लगती है और सुबह-शाम इसके लक्षण ज्यादा नजर आते हैं.
आज हम आपको अर्थराइटिस के कुछ ऐसे संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें आपको इग्नोर नहीं करना चाहिए और दिखते ही तुरतं डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
अर्थराइटिस होने पर इंफ्लेमेशन के कारण ज्वाइंट में सूजन आने लगती है और फ्लूइड जमा होने लगता है जिससे वह फूले हुए नजर आते हैं. इस संकेत को इग्नोर ना करें.
अर्थराइटिस की स्थिति बदतर होने पर जोड़ों में सूजन के साथ ही टेंडरनेस पैदा हो सकती है. जोड़ों पर दबाव पड़ने पर दर्द महसूस होता है. ऐसे में ये गठिया का संकेत हो सकता है.
बहुत से लोगों को ये पता ही नहीं होता कि उनके गठिया का दर्द इतना बढ़ गया है कि वह कमर तक फैल गया है. इस कारण आपके हिप, जांघ और कमर में दर्द होने लगता है.
अर्थराइटिस की समस्या होने पर ज्वाइंट आपस में टकराते हैं जिससे आवाज आने लगती है.
अगर बहुत देर तक चलने और बैठने पर आपके घुटने 30 मिनट से ज्यादा अकड़ जाते हैं तो यह अर्थराइटिस का एक बड़ा संकेत हो सकता है.