22 Feb 2025
By: Aajtak.in
उम्र के साथ महिलाओं के शरीर में बहुत सारे बदलाव देखने को मिलते हैं. इन सभी बदलावों के पीछे हार्मोंस में होने वाले बदलाव हैं.
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इन हार्मोनल चेंजेस के कारण कई बार महिलाओं के शरीर को बीमारियां घेर लेती हैं. ऐसे में महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए हार्मोंस को बैलेंस करना बहुत जरूरी है.
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हालांकि, आज कल की लाइफस्टाइल के कारण हार्मोंस आसानी से डिसबैलेंस हो जाते हैं. इन्हें बैलेंस करने के लिए कुछ विटामिन्स की जरूरत होती है.
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आज हम आपको उन 5 विटामिन्स के बारे में बताएंगे, जो महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बैलेंस को बढ़ावा देते हैं. ये हर महिला को जरूर खाना चाहिए.
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विटामिन डी एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन के प्रोडक्शन को कंट्रोल करता है जो पीरियड्स, प्रेग्नेंसी या मनोपौजल फेज के दौरान महिलाओं को लाभ पहुंचा सकता है.
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यूं तो विटामिन डी मुख्य रूप से सनलाइट से मिलता है, लेकिन दूध, सैल्मन, अंडे और मशरूम जैसे फूड आइटम्स खाकर भी शरीर में इसकी कमी को पूरा किया जा सकता है. यह थायराइड के जोखिम को कम करने और उसके सिम्पटम्स को कम करने में मदद करते हैं.
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एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर विटामिन सी इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मददगार है. इसके साथ ही यह हार्मोनल बैलेंस और थायरॉयड हेल्थ को भी सपोर्ट करता है. यह एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल के लेवल को कंट्रोल करने, मूड को बेहतर बनाने और स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है.
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इसके अलावा, विटामिन सी एस्ट्रोजन लेवल को बढ़ाता है जो रिप्रोडक्टिव हेल्थ को सपोर्ट करता है. यह खट्टे फल, अमरूद, बेर, जामुन, शिमला मिर्च, ब्रोकोली और टमाटर जैसे फूड आइटम्स में पाया जाता है.
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विटामिन बी6 को पाइरिडोक्सिन भी कहा जाता है. यह प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) के लक्षणों को कम करने में मदद करता है. यह प्रोजेस्टेरोन को बढ़ाने और एस्ट्रोजन को कम करने में मदद करता है, जिससे पीरियड्स और ओव्यूलेशन साइकल में सुधार होता है.
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आप अपनी डाइट में दूध, अंडा, मछली, हरी पत्तेदार सब्जियां, केला, पपीता, चना और शकरकंद जैसे विटामिन बी 6 से भरपूर फूड्स शामिल करके हार्मेनल बैलेंस को बढ़ावा दे सकती हैं.
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विटामिन बी12 मेटाबॉलिक प्रॉसेस और नर्व फंक्शनिंग के लिए जरूरी है और थायरॉयड ग्लैंड को भी प्रभावित करता है. हेल्दी मेनसुरेशन साइकिल और फर्टिलिटी को बनाए रखने के लिए
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इसके अलावा, बी12 की कमी से थकान, मूड स्विंग्स और इर्रेगुलर पीरियड्स की समस्या भी हो सकती है. मीट के अलावा, मछली, अंडे, दूध, मशरूम, पालक और चुकंदर में विटामिन बी12 अच्छी मात्रा में पाया जाता है.
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विटामिन बी3 सर्कुलेशन में सुधार करने, सूजन को कम करने और स्ट्रेस हार्मोन के प्रोडक्शन को कंट्रोल करने में मदद करता है. विटामिन बी3 ओवेरीज में एस्ट्रोजन प्रोडक्शन को भी स्टेबल करता है. विटामिन बी3 से भरपूर फूड आइटम्स में नट्स, सीड्स, फलियां, केला, मछली और एवोकैडो शामिल हैं.
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