मुंबई की रहने वाली एक बच्ची की मां ने अपना इतना वजन कम कर लिया है कि उन्हें पहचानना भी मुश्किल हो गया है.
Credit: Aajtak.in
वजन कम करने वाली इस लेडी का नाम खुशबू गुप्ता (Khushbu Gupta) है जो अब फिटनेस कोच बन गई हैं.
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खुशबू ने Aajtak.in से बात करते हुए बताया, 'प्रेग्नेंसी के बाद मेरा वजन बढ़ गया था. उसके बाद मेरी मां की डेथ के बाद मैं डिप्रेशन में चली गई थी.'
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'डिप्रेशन के बाद स्ट्रेस इटिंग के कारण मेरा और भी वजन बढ़ गया और मैं करीब 70 किलो की हो गई थी.'
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'मैं एक न्यूट्रिशनिस्ट के पास गई तो उन्होंने इतनी स्ट्रिक्ट डाइटिंग करने को कहा कि मुझे कमजोरी महसूस होने लगी. कुछ दिन बाद मैंने उसे फॉलो करना बंद कर दिया.'
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'इसके बाद मुझे एक कोच मिले जिन्होंने अपनी पढ़ाई के दौरान करीब 1 महीने तक मुझे ट्रेनिंग दी और उसके बाद मेरा डेडिकेशन देखते हुए आगे भी फ्री में ट्रेनिंग देते रहे.'
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'मेरा वजन कम हुआ और मैंने पहली बार बिकिनी कॉम्पिटिशन में पार्टिसिपेट किया. उस समय मेरा वजन 48 किलो हो गया था.'
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'उसके बाद मैंने अपने ट्रांसफॉर्मेशन को देखते हुए मैंने भी फिटनेस की पढ़ाई की और मैं फिटनेस कोच बन गई.'
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'मैंने कभी स्ट्रिक्ट डाइटिंग नहीं की. मैंने बस घर का बना खाना खाया और मेरा ट्रांसफॉर्मेशन हुआ.'
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'मेरी डाइट में क्वांटिफाई न्यूट्रिशन का सबसे अहम रोल रहा यानी कि मुझे कितना खाना है. मैं हमेशा मेक्रोज देखकर खाती थी.'
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'प्रोटीन, कार्ब और फैट के सही बैलेंस ने मुझे ट्रांसफॉर्म किया. प्रोटीन के लिए फिश, चिकन, अंडे खाती थी. इसके अलावा दाल, नट्स, ड्राई फ्रूट्स डाइट में शामिल थे.'
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'मुझे रोटी बनाने का समय नहीं होता था इसलिए मैं रोजाना चावल खाती थी.'
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'मुझे मीठा काफी पसंद है इसलिए मैं मेक्रोज काउंट करके रोजाना चॉकलेट भी खाती थी.'
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'पहले बेसिक एक्सरसाइज से शुरुआत की थी और धीरे-धीरे स्ट्रेंथ ट्रेनिंग करनी शुरू की थी.'
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'फिर वजन कम करने के लिए मैंने स्ट्रेंथ ट्रेनिंग पर अधिक फोकस किया था. मैं हफ्ते में 6 दिन वर्कआउट करती थी.'
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'मैं रोजाना करीब 8 से 10 हजार कदम भी चलती थी और एक्टिव रहती थी.'
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