प्री-डायबिटीज को करना चाहते हैं रिवर्स? इन 7 हेल्दी आदतों को अपनाएं

9 may 2025

प्रीडायबिटीज एक गंभीर स्थिति है जिसमें ब्लड शुगर का लेवल सामान्य से अधिक होता है लेकिन अभी तक इतना अधिक नहीं होता कि उसे टाइप 2 डायबिटीज के रूप में पहचाना जा सके.

प्रीडायबिटीज

इसे लगातार लाइफस्टाइल में बदलाव करके रिवर्स किया जा सकता है. आइए जानते हैं उन आदतों के बारे में जिनसे प्रीडायबिटीज को रिवर्स किया जा सकता है.

प्रीडायबिटीज से कैसे बचें

कार्बोहाइड्रेट सीधे ब्लड शुगर के लेवल को प्रभावित करते हैं, और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट (जैसे सफेद ब्रेड, शुगरी ड्रिंक्स और प्रोसेस्ड स्नैक्स) का अत्यधिक सेवन इंसुलिन सेंसिटिविटी को खराब कर सकता है.

 ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए, साबुत अनाज,  हाई फाइबर फूड और नॉन स्टार्ची फूड्स को डाइट में शामिल करें.

एक्सरसाइज इंसुलिन के काम को बेहतर बनाने और ब्लड शुगर के लेवल को कम करने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है. ऐसे में रोजाना एक्सरसाइज जरूर करें.

एक रिसर्च के मुताबिक, शरीर के वजन में 5-10% की कमी से भी इंसुलिन सेंसिटिविटी में  सुधार हो सकता है और ब्लड शुगर के लेवल कम हो सकता है.

रिफाइंड शुगर और प्रोसेस्ड फूड्स शरीर में क्रॉनिक इन्फ्लेमेशन को बढ़ावा देते हैं और इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ाते हैं.

नींद की कमी से ब्लड शुगर और भूख को कंट्रोल करने वाले हार्मोन प्रभावित होते हैं, जिससे वजन बढ़ने और इंसुलिन रेजिस्टेंस का खतरा बढ़ जाता है.

क्रॉनिक स्ट्रेस से कॉर्टिसोल नाम के हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है, जो ब्लड शुगर के लेवल को बढ़ाता है और इंसुलिन रेजिस्टेंस को बदतर बनाता है.