10 mar 2025
By: Aajtak.in
आपने अक्सर लोगों को कभी हंसते तो कभी अचानक से चिड़चिड़ा होते देखा होगा. लोगों के बर्ताव में अचानक आने वाले इन बदलावों को मूड स्विंग्स कहते हैं.
Credit: Freepik
सर्दियों में इस तरह के मूड स्विंग्स बढ़ जाते हैं. सर्द मौसम में लोगों का मूड कभी खुशनुमा तो कभी गुस्से वाला हो जाता है.
Credit: Freepik
मूड स्विंग्स का कनेक्शन भी शरीर में बहुत से विटामिन की कमी से होता है. जी हां, विटामिन्स से मूड स्विंग्स लिंक्ड हैं.
Credit: Freepik
अगर आपको भी ये समस्या है तो आज हम आपको ऐसे विटामिन्स के बारे में बताएंगे जो आपके मूड स्विंग्स को कम करने में मदद कर सकते हैं.
Credit: Freepik
विटामिन डी मूड रेगुलेशन में मदद करता है. खासकर तब, जब सनलाइट कम हो. विटामिन डी मछली, अंडे की जर्दी और फोर्टिफाइड फूड्स में पाया जाता है.
Credit: AI
विटामिन बी6 न्यूरोट्रांसमीटर के प्रोडक्शन में मदद करता है, जो आपके मूड स्विंग्स को कंट्रोल करने में मददगार है. यह केले, आलू और चनों में पाया जाता है.
Credit: AI
विटामिन बी12 आपके शरीर के लिए बहुत जरूरी है. इनमें थकान और कमजोरी से बचाने के साथ ही मूड स्विंग्स कंट्रोल करना भी है. विटामिन बी12 आप मीट, अंडों और डेयरी प्रोडक्ट्स खाकर ले सकते हैं.
Credit:AI
फॉलिक एसिड आपके शरीर में मूड रेगुलेटिंग न्यूरोट्रांसमीटर को प्रड्यूस करने में मदद करता है, जो आपके मूड स्विंग्स को कंट्रोल करने में सहायक होते हैं. ये हरी पत्तेदार सब्जियों, दालों और खट्टे फलों में पाया जाता है.
Credit: AI
ओमेगा 3 को विटामिन की कैटेगरी में नहीं रखा गया है, लेकिन ये फैट्स मूड को कंट्रोल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. ये ब्रेन हेल्थ को भी दुरुस्त बनाए रखने में मदद करते हैं.
Credit: AI
ओमेगा 3 सैल्मन, अखरोट और अलसी के बीजों में पाया जाता है.
Credit: Freepik