डिलीवरी के बाद होने लगा है हड्डियों में दर्द? आचार्य बालकृष्ण से जानें क्या करें

21 Apr 2025

मां बनने का सफर हर महिला के लिए काफी मुश्किलों भरा होता है. इस दौरान महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

डिलीवरी के बाद अर्थराइटिस

महिलाओं की परेशानियां यहीं खत्म नहीं होती क्योंकि डिलीवरी के बाद भी महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जिसमें से एक समस्या अर्थराइटिस की है. कुछ महिलाओं को मां बनने के बाद जोड़ों में दर्द का अनुभव होता है.

अर्थराइटिस से कैसे बचें

डिलीवरी के बाद शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो जाता है, जिससे जोड़ों में दर्द होने लगता है. ऐसी स्थिति में पेन किलर लेना नुकसानदायक हो सकता है.

आयुर्वेद में डिलीवरी के बाद होने वाले अर्थराइटिस की समस्या को ठीक करने के कुछ उपायों के बारे में बताया गया है. आचार्य बालकृष्ण से जानते हैं इस समस्या से निपटने के उपाय-

आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक,डिलीवरी के बाद माताओं को विशेष सावधानी की आवश्यकता होती है.

डिलीवरी के बाद लापरवाही से अर्थराइटिस जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. पुराने समय में डिलीवरी स्त्रियों को हवा लगने से बचाने के लिए उन्हें सुरक्षित स्थानों पर रखा जाता था, जो आजकल कम होता है.

अर्थराइटिस से बचाव के लिए डिलीवरी के बाद निर्गुंडी के पत्तों का काढ़ा लाभकारी होता है. पत्तों को सुखाकर और पानी में डाल दें फिर जब पानी आधा बचे तो उसे ठंडा कर लें और उस पानी का सेवन करें.

यह आंतरिक प्रणाली को ठीक कर सकता है और अर्थराइटिस से बचा सकता है. इसके अलावा, अर्थराइटिस की शुरुआत होने पर भी निर्गुंडी का उपयोग प्रभावी होता है.