21 Mar 2025
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास खुद का ख्याल रखने का बिल्कुल भी समय नहीं है जिस वजह से उनके शरीर में पोषक तत्वों का कमी होने लगती है.
शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने पर व्यक्ति को हमेशा थकान और कमजोरी का सामना करना पड़ता है. जिस वजह से व्यक्ति के शरीर में बिल्कुल भी जान नहीं रहती और हर समय नींद आती रहती है.
आयुर्वेद में थकान और कमजोरी को दूर करने के लिए कई उपायों के बारे में बताया गया है. आचार्य बालकृष्ण ने थकान और कमजोरी को दूर करने का एक खास तरीका बताया है.
आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक, अंजीर को शक्तिवर्धक और पौष्टिक ड्राई फ्रूट माना जाता है जो विशेष रूप से कमजोरी महसूस कर रहे लोगों के लिए फायदेमंद है.
इसका सेवन ताजे या सूखे रूप में किया जा सकता है. सूखा अंजीर रात भर भिगोकर सुबह चबाकर खाएं, जबकि ताजे अंजीर को सीधे खाया जा सकता है.
यह स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है, विशेषकर कमजोरी दूर करने में.
आप ताजे अंजीर का सेवन आसानी से कर सकते हैं लेकिन मार्केट में मिलने वाले सूखे अंजीर को भी आप भिगोकर खा सकते हैं.
अंजीर में फाइबर, कॉपर, आयरन, मैंगनीज, मैग्नीशियम, पोटैशियम, कैल्शियम और विटामिन सहित कई सूक्ष्म पोषक तत्व और पॉलीफेनॉल्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. ये सभी पोषक तत्व शरीर की इम्युनिटी और मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करते हैं और हड्डियों को मजबूत करते हैं.
अंजीर फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन तंत्र और पेट के लिए फायदेमंद है. यह मल को नरम करता है और कब्ज को दूर रखने में मदद करता है. साथ ही, यह पेट के गुड बैक्टीरिया को स्वस्थ बनाए रखता है.