गर्दन के साइज से जानें अपनी सेहत का हाल, डॉ. सरीन ने बताया क्या होना चाहिए सही नेक साइज

शरीर में कई ऐसी छोटी-छोटी चीजें हैं जिन्हें देखकर अपनी सेहत का पता लगाया जा सकता है.

सेहत की जानकारी

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डॉक्टर जैसे नाखून और आंख देखकर आपकी हेल्थ बता सकते हैं वैसे ही आप खुद भी एक काफी आसान तरीके से अपनी सेहत का हाल जान सकते हैं.

डॉक्टर भी लगाते हैं पता

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दरअसल, हाल ही में डॉ. शिव कुमार सरीन हमारी सहयोगी वेबसाइट लल्लनटॉप के न्यूज रूम में पहुंचे थे. उन्होंने इंटरव्यू के दौरान हेल्थ संबंधित काफी सारे चौंकाने वाले खुलासे किए.

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डॉ. सरीन को 2007 में भारत सरकार द्वारा मेडिकल साइंस के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था.

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डॉ. सरीन ने बताया, 'गर्दन के साइज को देखकर किसी की भी सेहत को पता आसानी से लगाया जा सकता है.'

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डॉ. सरीन ने बताया, 'अगर किसी की गर्दन का साइज अधिक है तो उसे अपनी सेहत पर ध्यान देने की जरूरत है.'

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डॉ. सरीन ने बताया, 'आप मेजरमेंट टेप लेकर घर पर ही गर्दन का साइज माप सकते हैं. ऐसा करने के लिए मेजरमेंट टेप लें और उसे अपनी गर्दन के चारों ओर लपेटें.'

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'टेप ना अधिक टाइट करें और ना ही अधिक लूज. माप सेंटीमीटर में लें और उसे नोट कर लें.'

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डॉ. सरीन ने बताया, 'अगर किसी के गर्दन की माप 37 सेमी से अधिक है तो वह खराब हेल्थ की निशानी है.'

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'पुरुषों की गर्दन का साइज 37 सेमी और महिलाओं की गर्दन का साइज 33 से अधिक नहीं होना चाहिए.'

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'अगर किसी की गर्दन पतली है तो वह अच्छी हेल्थ की निशानी होती है. छोटी और मोटी गर्दन खराब हेल्थ का संकेत हो सकती है.'

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गर्दन की चर्बी कई अलग-अलग कारकों के कारण हो सकती है लेकिन इसका एक मुख्य कारण शरीर का अधिक वजन होना यानी मोटापा है. 

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कुशिंग सिंड्रोम, 20 से 50 वर्ष के बीच के वयस्कों को प्रभावित करता है और यह डायबिटीडज और हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों में होता है. कुशिंग सिंड्रोम वाले लोगों में शरीर के ऊपरी हिस्से में मोटापा, गोल चेहरा और पतले हाथ और गर्दन के आसपास बढ़ी हुई चर्बी होती है.

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जीन वेग (Jean Vague) अपर बॉडी में फैट डिस्ट्रिब्यूशन का आकलन करने के लिए गर्दन की माप का उपयोग करने वाले पहले रिसर्चर थे. उन्होंने इस तरीके से अधिक वजन वाले लोगों का पता लगाया था.

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