17 May 2025
वजन कम करने वालों के बीच इंटरमिटेंट फास्टिंग काफी ज्यादा ट्रेंड में है. लेकिन अगर आप इसे करने की सोच रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ख्याल रखने की जरूरत है.
इंटरमिटेंट फास्टिंग को लेकर कहा जाता है कि इससे सेहत को कई तरह के फायदे मिलते हैं और यह क्रॉनिक डिजीज से लड़ने में भी मदद करती है. लेकिन यह जानना काफी जरूरी है कि यह किस तरह काम करती है.
अगर इंटरमिटेंट फास्टिंग को ठीक तरीके से किया जाए तो यह हेल्दी किडनी वाले लोगों के लिए सेफ होती है.
यह ब्लड शुगर को रेगुलेट करने और इंफ्लेमेशन को कम करने में फायदेमंद हो सकता है जिससे किडनी की हेल्थ में सुधार होता है.
लेकिन अगर आपको किडनी की दिक्कत, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत है तो इंटरमिटेंट फास्टिंग से आपको नुकसान पहुंच सकता है.
फास्टिंग से फायदा ही नहीं कई बार नुकसान भी हो सकता है और अगर इसे आप डॉक्टर के परामर्श के बिना करते हैं तो इससे किडनी के काम को भी नुकसान पहुंच सकता है.
किडनी का काम रुकने पर डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत भी हो सकती है.
कुछ मामलों में, इंटरमिटेंट फास्टिंग फायदेमंद हो सकती है. लेकिन इससे किडनी हेल्थ पर क्या असर पड़ेगा यह किसी व्यक्ति की ओवरऑल हेल्थ पर निर्भर करता है.
तो अगर आप किसी भी तरह की फास्टिंग करते हैं तो उसे करने से पहले एक बार अपनी किडनी की जांच जरूर करवा लें.