भारत की अकेली ट्रेन जिसमें बैठने के लिए नहीं लगता एक रुपया, ये है खासियत

26 Nov 2024

भारतीय रेलों का एक लंबा इतिहास रहा है और इनमें सफर करने का एक अलग ही मजा होता है. भारत में कई तरह की ट्रेनें हैं जिनका अलग-अलग किराया है.

Representational Photo- Freepik

लेकिन भारत में एक ट्रेन ऐसी भी है जिसमें यात्रा करने के लिए किराया नहीं देना पड़ता है. ट्रेन का नाम है भाखड़ा-नांगल ट्रेन जो पिछले 75 सालों से अपनी सेवाएं दे रही है.

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भाखड़ा-नांगल ट्रेन नांगल, पंजाब, भाखड़ा और हिमाचल प्रदेश के बीच चलती हुई 13 किलोमीटर की दूरी तय करती है. इस दौरान यह सतलज और शिवालिक की पहाड़ियों से होकर गुजरती है.

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भाखड़ा-नांगल ट्रेन को बेहद यूनिक माना जाता है क्योंकि 75 सालों के इसके इतिहास में कभी किसी यात्री से किराया वसूल नहीं किया गया.

यूनिक है ट्रेन

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भाखड़ा-नांगल बांध के निर्माण के दौरान 1948 में ट्रेन की सेवाएं शुरू की गई थीं. ट्रेन मजदूरों के आने-जाने के लिए शुरू की गई थी और तब से आज भी अपनी सेवा दे रही है.

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ट्रेन पहले भाप इंजन से चलती थी और 1953 से इसे डीजल इंजन से संचालित किया जाने लगा. ट्रेन के लकड़ी के डिब्बे कराची में बनाए गए थे. हाल के सालों में ट्रेन में बहुत बदलाव हुए हैं लेकिन इसका पुराना टच अभी भी कायम है.

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ट्रेन आजादी के पहले की ट्रेनों जैसी लगती है जिसे देखकर भारतीय ट्रेनों का लंबा इतिहास पता चलता है.

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ट्रेन से हर दिन 800 से ज्यादा लोग यात्रा करते हैं. इसकी यात्रा भी काफी सुखद होती है क्योंकि यह बेहद खूबसूरत जगहों से होकर गुजरती है.

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ट्रेन में सफर करने वाले लोग यात्रा के दौरान खूबसूरत भाखड़ा-नांगल बांध का नजारा भी देखते हैं. अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं और ट्रेनों से यात्रा करना पसंद है तो एक बार भाखड़ा-नांगल ट्रेन में जरूर सफर करें.

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