बार-बार बीमार होने के पीछे ये एक वजह है जिम्मेदार, तुरंत खाना शुरू करें ये फूड्स

बार-बार बीमार होने के पीछे ये एक वजह है जिम्मेदार, तुरंत खाना शुरू करें ये फूड्स

अगर आप भी आए दिन बीमार पड़ते हैं. कभी खांसी और कभी जुकाम की वजह से आपको परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

बार-बार बीमार होने के पीछे सबसे बड़ी वजह कमजोर इम्युनिटी है. इम्युनिटी कमजोर होने की वजह से शरीर छोटी बीमारियों से भी लड़ नहीं पाता है.

बढ़ती उम्र की वजह से इम्युनिटी कमजोर होती है लेकिन पोषण की कमी और खराब लाइफस्टाइल भी इसका बड़ा कारण है.

पोषक तत्वों से भरपूर आहार और हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो कर आप अपने शरीर की इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं. यहां हम आपको इम्युनिटी बढ़ाने वाले पांच फूड्स बता रहे हैं जिन्हें आपको आज से ही अपनी डाइट में शामिल कर लेना चाहिए. 

इम्युनिटी बढ़ाने के लिए विटामिन सी बेहद जरूरी है. यह आपके इम्यून सिस्टम को ज्यादा से ज्यादा व्हाइट ब्लड सेल्स के उत्पादन का संकेत देता है जो संक्रमण से बचाव के लिए सबसे जरूरी हैं. विटामिन सी के लिए आपको नींबू, संतरा, करौंदा, अमरूद और मौसंबी जैसे खट्टे फल रोज खाने चाहिए. yah shaktishaal

विटामिन सी

ये आपके इम्यून सिस्टम का साथी है जो एक सहायक के रूप में शरीर से संक्रमण के जोखिम को कम करता है. आप इसे सूरज की रोशनी, दूध और वसायुक्त मछली से हासिल कर सकते हैं.

विटामिन डी 

यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली की नींव है. प्रोटीन शरीर में एंटीबॉडी और महत्वपूर्ण प्रतिरक्षा प्रोटीन का निर्माण करते हैं. इसके लिए अंडे, लीन मीट, पोल्ट्री प्रॉडक्ट, मछली, सोयाबीन, बीन्स और बाजरा का सेवन करें.

प्रोटीन

ऐंटीऑक्सिडेंट आपकी इम्यून सेल्स को हानिकारक फ्री रैडिकल्स से बचाते हैं. हल्दी, अनार, ग्रीन टी और हरी सब्जियां जैसे खाद्य पदार्थ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं जो आपकी कोशिकाओं की रक्षा करते हैं.

आपकी इम्युनिटी की हेल्थ आपकी पेट से जुड़ी है. प्रोबायोटिक्स से भरपूर दही और योगर्ट जैसे खाद्य पदार्थ पेट को स्वस्थ रखते हैं जिससे आपकी इम्युनिटी बेहतर होती है.

ओमेगा 3 फैटी एसिड एक प्रकार का हेल्दी फैट है जो वसायुक्त मछली, अलसी और अखरोट जैसे कुछ फूड्स में होता है. यह सूजन को कम करता है, एंटीबॉडी के उत्पादन को बढ़ाता है और आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है.

इस खबर में बताए गए सुझाव सामान्य जानकारी पर आधारित हैं इसलिए किसी भी उपचार/दवा/डाइट को अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.