11 Apr 2025
ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें जोड़ों में दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है. इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए लोग कई तरीके अपनाते हैं लेकिन इससे उन्हें कोई आराम नहीं मिल पाता है.
आज हम आपके साथ एक ऐसा नुस्खा शेयर करने वाले हैं जिससे आपको लंबे समय के लिए आराम मिलेगा. इस उपाय के कोई साइड इफेक्ट्स नहीं हैं.
इस उपाय में हल्दी, अश्वगंधा और शिलाजीत का इस्तेमाल किया गया है. हल्दी में कर्क्यूमिन होता है, जो एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी एजेंट है जो जोड़ों और मांसपेशियों की सूजन को कम करता है, गतिशीलता में सुधार करता है.
स्टडीज से पता चला है कि हल्दी के नियमित उपयोग से गठिया के मरीजों में दर्द में कमी और बेहतर गतिशीलता होती है. "गोल्डन स्पाइस" के रूप में जानी जाने वाली हल्दी शरीर के अंदर मरम्मत का काम करती है.
अश्वगंधा एक एडाप्टोजेन के रूप में कार्य करता है, जो शरीर को स्ट्रेस से लड़ने और आंतरिक शक्ति प्रदान करने में मदद करता है. यह एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एनाल्जेसिक जड़ी बूटी भी है, जो न केवल जोड़ों के दर्द को कम करती है बल्कि मांसपेशियों को भी मजबूत बनाती है.
अश्वगंधा का नियमित उपयोग पुराने या मांसपेशियों के दर्द से लंबे समय तक राहत प्रदान करता है, हड्डी और मांसपेशियों की ताकत और बोन हेल्थ को बढ़ाता है.
शिलाजीत में फुल्विक एसिड होता है, जो जोड़ों और मांसपेशियों के ऊतकों की मरम्मत करता है, ताकत प्रदान करता है और प्राकृतिक एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों को बढ़ाता है, जिससे सूजन कम होती है.
इसे बनाने के लिए, एक गिलास गर्म दूध में मटर के दाने के बराबर मात्रा में शिलाजीत, 1/4 चम्मच हल्दी पाउडर और 1/4 चम्मच अश्वगंधा पाउडर मिलाएं. दर्द से राहत पाने और जोड़ों और मांसपेशियों को लंबे समय तक मजबूत बनाने के लिए इसे सोने से पहले पिएं.
यह घुटने, जोड़ों के दर्द, मांसपेशियों में अकड़न या कमजोरी वाले लोगों के लिए फायदेमंद माना जाता है.