12 May 2025
भारत में मखाना का सेवन काफी ज्यादा किया जाता है. आमतौर पर लोग मखाने का सेवन व्रत के दौरान या स्वीट डिश के रूप में करते हैं. लेकिन लोग इसके हेल्थ बेनेफिट्स और पोषक तत्वों के बारे में अनजान रहते हैं.
100 ग्राम मखाना में आमतौर पर लगभग 350 कैलोरी, 10-18 ग्राम प्रोटीन, 5-75 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 0.1-2 ग्राम फैट होता है. यह कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे खनिजों का एक अच्छा स्रोस है.
कैलोरी- लगभग 347-35 ग्राम किलो कैलोरी, प्रोटीन- 8.7-U.7 ग्राम, कार्बोहाइड्रेट- 7G-7U.8 ग्राम, फैट- 0.1-0.U ग्राम,फाइबर- 14.5 ग्राम, पोषक तत्व- कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस और आयरन से भरपूर
मखाना को आप अपने स्वाद के अनुसार कच्चा या पकाकर खा सकते हैं. पौष्टिक नाश्ता होने के अलावा, इसका इस्तेमाल दवा के रूप में भी किया जा सकता है. दूध में भिगोया हुआ मखाना बहुत फायदेमंद होता है और यह एक पुराना नुस्खा है जो आपको लंबे समय तक और बेहतर जीवन जीने में मदद कर सकता है.
दूध में भिगोए गए मखाने सेहत को कई फायदे पहुंचाते हैं जैसे हड्डियों की हेल्थ बेहतर होना, इम्यूनिटी में वृद्धि और बेहतर पाचन. ये कैल्शियम और प्रोटीन का एक अच्छा स्रोस हैं.
मखाना प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, मैग्नीशियम, पोटेशियम, फास्फोरस और आयरन का एक अच्छा स्रोस है और दूध कैल्शियम, विटामिन डी, विटामिन बी12 और राइबोफ्लेविन का एक बेहतरीन स्रोस है.
मखाने में मौजूद फाइबर की हाई मात्रा पाचन हेल्थ में मदद करती है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज के अनुसार, फाइबर युक्त डाइट कब्ज को रोकने में मदद करता है.
मखाने में कार्बोहाइड्रेट को धीरे-धीरे छोड़ने की क्षमता होती है और दूध में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन का कॉम्बिनेशन लंबे समय तक चलने वाली एनर्जी देता है.
मखाने में कैल्शियम और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है और दूध शरीर के लिए कैल्शियम के प्रमुख स्रोस में से एक है. कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है.
मखाना एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ का दावा है कि ये एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं, जिससे क्रॉनिक डिजीज का खतरा कम होता है.
इनमें कैलोरी कम होती है और हाई न्यूट्रिशन के कारण ये पेट भरने का एहसास देते हैं, जिससे शरीर के वजन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है.