वक्त से पहले ही जवान हो रही है आपकी बेटी? माता-पिता ना करें ये गलतियां, जानें संकेत

प्यूबर्टी की उम्र 

प्यूबर्टी उस समय को कहा जाता है जब लड़के और लड़कियों के शरीर में बदलाव होने शुरू हो जाते हैं. यह प्रक्रिया लड़कियों में 10 से 14 साल की उम्र में शरू हो जाती है, वहीं लड़कों में यह 12 से 16 की उम्र में शुरू होती है.

अर्ली प्यूबर्टी

लड़कियों में प्यूबर्टी के दौरान ब्रेस्ट साइज बढ़ने लगता है. बदलते समय के साथ लड़कियों में समय से पहले प्यूबर्टी के मामले भी देखे जा रहे हैं. 

प्यूबर्टी में पहुंचने के संकेत

ब्रेस्ट और प्यूबिक हेयर्स का विकास होना प्यूबर्टी का पहला संकेत होता है. आर्मपिट से आने वाली स्मेल, आर्म्स के बाल, मुंहासे और यहां तक कि मूडीनेस प्यूबर्टी के मेडिकल लक्षण नहीं हैं लेकिन इन्हें इसके साथ जोड़ा जाता है. 

अर्ली प्यूबर्टी के कारण

एक स्टडी के मुताबिक, प्यूबर्टी शुरू होने पर मोटापे का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. लड़कियों में फैट टिशू ज्यादा होने से प्यूबर्टी की शुरुआत जल्दी होने की संभावना बढ़ जाती है. 

रिसर्चर्स का यह भी कहना है कि स्ट्रेस और प्यूबर्टी जल्दी शुरू होने के बीच में भी लिंक होता है. जो लड़कियां घरेलू हिंसा और घर में बिना बायोलॉजिकल पिता के बड़ी होती हैं, उनके पीरियड्स अन्य लड़कियों की तुलना में पहले होने की संभावना अधिक होती है.

जब आप एक लंबा वक्त स्ट्रेस में गुजारते हैं तो इससे मस्तिष्क जल्द से जल्द रिप्रोडक्शन शुरू कर देता है. रिप्रोडक्शन के लिए जिम्मेदार हार्मोन्स का विकास मस्तिष्क में होता है और यही हार्मोन्स अर्ली प्यूबर्टी के लिए जिम्मेदार होते हैं. 

माता-पिता रखें इन बातों का ख्याल

आपकी बेटी प्यूबर्टी स्टेज में है तो जरूरी है कि आप उसे समझाएं कि इस स्टेज में हर किसी को इन चीजों का सामना करना पड़ता है, लेकिन इससे घबराए नहीं. 

उम्र के हिसाब से करें बर्ताव

प्यूबर्टी जल्दी शुरू हो गई है इसका मतलब ये नहीं कि वो बड़ी हो गई है. उससे बात करते समय उसकी उम्र के अनुसार ही बात करें.

इमोश्नल और फिजिकल हेल्थ पर करें फोकस

प्यूबर्टी की शुरुआत होने से आपका बच्चा मेच्योर होने लगता है, ऐसे में कुछ ऐसी एक्टिविटीज खोजें जो आप दोनों साथ में कर सकें और ज्यादा से ज्यादा टाइम साथ में स्पेंड कर सकें.