12 Apr 2025
भारत में डायबिटीज के मरीज तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. डायबिटीज को साइलेंट किलर भी कहा जाता है.
डायबिटीज होने पर पैंक्रियाज में इंसुलिन का उत्पादन या तो बहुत कम होता है या बिल्कुल भी नहीं हो पाता.
डायबिटीज तीन प्रकार का होता है- टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज और जेस्टेशनल डायबिटीज.
टाइप 1 डायबिटीज में पैंक्रियाज में इंसुलिन का प्रोडक्शन बिल्कुल भी नहीं हो पाता. वहीं, टाइप 2 डायबिटीज में पैंक्रियाज में इंसुलिन का उत्पादन बहुत कम होता है. इसके अलावा, जेस्टेशनल डायबिटीज गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को होता है. जेस्टेशनल डायबिटीज को काफी खतरनाक माना जाता है क्योंकि इसमें गर्भवती महिला के साथ गर्भ में पल रहे बच्चे की जान को भी खतरा होता है.
आयुर्वेद में डायबिटीज को कंट्रोल करने और इसे जड़ से मिटाने के कई उपायों के बारे में बताया गया है.
तो आइए जानते हैं आचार्य बालकृष्ण से की कैसे आप डायबिटीज को कंट्रोल में रख सकते हैं.
डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए जामुन काफी फायदेमंद माना जाता है. जामुन की गुठली,सूखा करेला, कुटकी और मेथी, इन सभी को पीसकर पाउडर बना लें.
इस पाउडर को 1-1 चम्मच सुबह-शाम लेने से डायबिटीज में फायदा मिलेगा.
सिर्फ जामुन की गुठली के पाउडर का सेवन करने से भी डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है.